ऐस्ट्रो धर्म :
उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है। भारत के पावन चार धामों से एक धाम, बदरीनाथ धाम भी यहीं उत्तराखंड में है। आज, हम भारत के नहीं उत्तराखंड के पावन धामों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। इन चार धामों को छोटा चार धाम के नाम से भी जाना जाता है। ये चारों धाम उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में स्थित हैं।
उत्तराखंड के किस जिले में स्थित हैं ये धाम :
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उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है। भारत के पावन चार धामों से एक धाम, बदरीनाथ धाम भी यहीं उत्तराखंड में है। आज, हम भारत के नहीं उत्तराखंड के पावन धामों के बारे में आपको बताने जा रहे हैं। इन चार धामों को छोटा चार धाम के नाम से भी जाना जाता है। ये चारों धाम उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में स्थित हैं।
उत्तराखंड के किस जिले में स्थित हैं ये धाम :
1. गंगोत्री- उत्तरकाशी
उत्तराखंड का यह पावन धाम उत्तरकाशी से 100 किमी की दूरी पर स्थित है। यह गंगा नदी का उद्गम स्थान है। मां गंगा जी का मंदिर समुद्र तल से 3042 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। प्रत्येक वर्ष अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाते हैं। दीपावली के दिन मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
2. यमुनोत्री- उत्तरकाशी
उत्तराखंड का यह पावन धाम उत्तरकाशी जिले में स्थित है। समुद्र तल से 3235 मी. की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर यमुना मां को समर्पित है। यमुनोत्री से यमुना का उद्गम स्थल मात्र एक किमी की दूरी पर है। प्रत्येक वर्ष अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर यमुनोत्री धाम के कपाट खोले जाते हैं। दीपावली के दिन मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं।
3. केदारनाथ- रुद्र प्रयाग
भगवान शिव शंकर को समर्पित उत्तराखंड का यह पावन धाम भारत के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह उत्तराखंड के रुद्र प्रयाग जिले में स्थित है। श्री केदारनाथ जी का मंदिर 3593 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है। इस पावन धाम के कपाट अप्रैल के अंत में या मई की शुरुआत में खुलते हैं और नवंबर मध्य तक खुले रहते हैं।
4. बदरीनाथ- चमोली
भारत के पावन चार धामों में से एक बदरीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है और यह धाम भगवान विष्णु जी को समर्पित है। अलकनंदा नदी के तट पर स्थित बदरीनाथ धाम समुद्र तल से 3,133 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। इस पावन धाम के कपाट अप्रैल के अंत में या मई की शुरुआत में खुलते हैं और नवंबर मध्य तक खुले रहते हैं।
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