नवीनतम


नई दिल्ली, योगराज शर्मा। आज शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करके जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल चौधरी के जनसंख्या नियंत्रण कानून की मांग को लेकर चल रहे आमरण अनशन के समर्थन में 7 नवम्बर 2023 से दिल्ली के जंतर मंतर पर अनशन करने की घोषणा की।

प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि उन्हें बिल्कुल भी विश्वास नही है कि मौजूदा सरकार ऐसा कोई कानून बना सकती है।अगर ये मान भी लिया जाए कि सरकार कानून बना देगी तो भी सरकार कानून बना कर उन लोगो को नही रोक सकती जो अपनी जनसंख्या बढाकर लोकतंत्र के माध्यम से इस देश पर कब्जा करना चाहते हैं।सी ए ए और कृषि सुधार अधिनियम पर देश विरोधी शक्तियों के दबाब में पीछे हटकर सरकार ने उन्हें बहुत ऊर्जा और साहस दे दिया है।अब वो अपनी भीड़ की शक्ति से इस कमजोर इच्छाशक्ति वाली सरकार को कहीं भी और कभी भी पीछे हटा सकते हैं।अतः इस सरकार से जनसंख्या नियंत्रण के लिये किसी कठोर कानून की आशा करना स्वयं को मूर्ख बनाना है।अगर कभी इन्होने बनाया भी तो कोई ऐसा लचर कानून बनायेगे जिसका कोई असर नही होगा।यह सब जानते हुए भी जनसंख्या समाधान फाउंडेशन के समर्थन के आमरण अनशन करने का एकमात्र कारण यह है कि जो लोग अपनी जान पर खेलकर धर्म और राष्ट्र के लिये लड़ रहे हैं, उनके हौसले को टूटने का दिया जाए।अगर इसके लिये अपने प्राण भी देने पड़े तो पीछे नही हटा जाएगा।जब तक अनिल चौधरी अनशन जारी रखेंगे तब भी हम भी उनके समर्थन में अनशन करेगे और अनशन के कारण यदि अनिल चौधरी का प्राणान्त होता है तो हम भी अपनी मृत्यु तक अनशन करेगे।


होस्पीटेलिटी यानि मेहमाननवाजी ऐसा विषय है जिस पर पूरी होटल और टूरिज्म इंडस्ट्री टिकी है। इस विषय पर अच्छी किताबों की कमी रही है। लेकिन अब चार लेखकों की एक किताब इस पूरी इंडस्ट्री और बिजनेस को एक नई उचाईयों पर लाने के लिए विशेष प्रयास के रुप मे देखी जा रही है। इस किताब को कई फिल्म जगत, होटल जगत और अन्य क्षेत्रो के विशेषज्ञो की भी सराहना मिल चुकी है। जी हां ये लेखक है किरन चावला, दिव्या ज्योति ठाकुर, पंकज शर्मा और मनप्रीत कौर। इस बारे मे बात करने पर किरन चावला ने आज की दिल्ली से खास बातचीत में कहा कि किताब लिखना एक ऐसी यात्रा है जिसमें लेखक के प्रयास से कहीं अधिक समय लगता है। इसमें कई व्यक्तियों और संगठनों का समर्थन, प्रोत्साहन और योगदान शामिल है। मैं उन सभी का हृदय से आभारी हूं जो इस यात्रा का हिस्सा रहे हैं और इस पुस्तक को वास्तविकता बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, हम सभी इस पूरी प्रक्रिया में उनके अटूट समर्थन और समझ के लिए अपने परिवार के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करना चाहते हैं। आपका धैर्य, प्यार और प्रोत्साहन मेरी ताकत के स्तंभ रहे हैं।

हम अपने मित्रों और सहकर्मियों की सराहना करना चाहेंगे जिन्होंने बहुमूल्य अंतर्दृष्टि, प्रतिक्रिया और प्रेरणा प्रदान की है। आपकी चर्चाएँ और विचार-मंथन सत्र इन पृष्ठों के विचारों को आकार देने में सहायक रहे हैं।

इस पांडुलिपि को परिष्कृत और चमकाने में उनकी विशेषज्ञता और समर्पण के लिए हमारे संपादक और प्रकाशन टीम को विशेष धन्यवाद। उत्कृष्टता के प्रति आपकी प्रतिबद्धता ने इस पुस्तक को अधिक सुसंगत और आकर्षक कार्य में बदल दिया है।


हम उन असंख्य विशेषज्ञों, शोधकर्ताओं और व्यक्तियों का आभारी हैं जिन्होंने उदारतापूर्वक अपना ज्ञान और अनुभव मेरे साथ साझा किया। आपके साक्षात्कारों, वार्तालापों और पत्राचार ने इस पुस्तक की सामग्री को समृद्ध किया है और मेरे दृष्टिकोण को व्यापक बनाया है।

हम उन पुस्तकालयों, संस्थानों और संगठनों को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने हमारे शोध के लिए आवश्यक संसाधनों और सामग्रियों तक पहुंच प्रदान की। यहां प्रस्तुत जानकारी की सटीकता और गहराई सुनिश्चित करने में आपका समर्थन अमूल्य था।


अंत में हम पाठकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करना चाहते हैं। इस पुस्तक में आपकी रुचि हमारे प्रयासों का सर्वोत्तम प्रतिफल है। मुझे आशा है कि यह पुस्तक आपके जीवन में मूल्य जोड़ती है, आपकी जिज्ञासा जगाती है और सार्थक चर्चा को बढ़ावा देती है।

Human Rights quotes/WHRO/AWARENESS
1. “We declare that human rights are for all of us, all the time: whoever we are and wherever we are from; no matter our class, our opinions, our sexual orientation.” – Ban Ki-moon

2. “Joy is found when you focus your energy on improving human dignity, human capacity and human values.” ― Amit Ray

3. “No human being should be maltreated under any circumstances. We are all wonderful creation of God. May we affectionately love one another.” ― Lailah Gifty Akita
4. “Liberty must be engraved in our heart and practiced every minute to the letter and spirit.” ― Abhijit Naskar

5. “A right delayed is a right denied.” – Martin Luther King, Jr.

WORLD HUMAN RIGHTS ORGANIZATION/7011490810/WHATSAPP

 मानवता और जनसेवा के लिए कार्य करने के लिए यूं तो विश्व भर में बहुत से ह्यूमन राइटस संगठन है, लेकिन नतीजा ये है कि इनमें से ज्यादातर अपने जिले से भी आगे नहीं निकल पाते। कुछ महीनों में ठप हो जाते हैं। कारण ये कि उनकी नीतियां और उद्देश्य सहीं नहीं होते। WORLD HUMAN RIGHTS ORGANIZATION एक ऐसा संगठन है जो 30 साल के अनुभवी वरिष्ठ पत्रकार द्वारा शुरु किया गया और विश्व भर के प्रतिष्ठित लोगो के सहयोग से निरंतर तरक्की कर रहा है। आज हम 14 देशों और 18 राज्यों तक कार्य कर रहे है और दिल्ली में रहकर सभी देशों की एंबेसीज से संपर्क बनाकर विश्व भर में सक्रियता का प्रयास कर रहे हैं। देश में हमारे मानव अधिकारों और संविधान मे दिए गए मौलिक अधिकारों की जानकारी देना और जहा इसका हनन हो रहा है उन्हें रोकना हमारा काम है। कल ही दिल्ली के एक एसएचओ से मुलाकात हुई। जब उन्हें ये बताया गया कि उनके पुलिस स्टेशन के ही 80 परसेंट से ज्यादा पुलिसवाले मानव अधिकारों के बारे मे सचेत नहीं है तो उन्होने अपने पुलिस स्टेशन में एक वर्कशोप करने का ओफर दिया। स्वीकार है। कानून व्यवस्था, पुलिस, जेल और अन्य विभागों में जागरुकता लाने के प्रयास चल रहे हैं। मानव अधिकारों के लिए बेहतरीन कार्य करने वालो को सम्मानित भी किया जाता है।

आप भी अगर WORLD HUMAN RIGHTS ORGANIZATION से जुडना चाहते हैं। औपचारिकताओं, नियमों, सहयोग राशि व अन्य जानकारी के लिए संपर्क करें। व्टसअप 7011490810/WHRO

#whro #humanrights