एस्ट्रो धर्म :
Shani Dev Positive Tips Brings Happiness - शनिदेव कष्ट ...
ज्योतिषशास्त्र या वास्तु शास्त्र के अनुसार व्यक्ति जब भी परेशानी में होता है तो वह सबसे पहले उपाय की तलाश करता है। क्योंकि इस दोनों ही शास्त्रों में आसानी से उपाय मिल जाते हैं, जो की व्यक्ति के लिए करना बहुत आसान होता है। कभी कोई पूजा करते हैं तो कभी रत्‍न पहनते हैं या फिर अंगूठियां धारण करते हैं। 
यदि किसी व्यक्ति को सभी प्रयासों के बाद भी हर कार्य में निराशा मिल रही हो तो उनके लिए ज्‍योतिष और वास्‍तु शास्‍त्र में ऐसी ही 6 खास तरह की अंगूठियां बताई गई हैं, जो जीवन में सुख-समृद्धि लेकर आती हैं। साथ ही व्यक्ति की धन संबंधी समस्याएं भी जल्द खत्म होने लगेगी। आइए जानते हैं...
धन-संपदा व आय में बढ़ोतरी के लिए करें धारण
वास्तुशास्त्र के अनुसार कछुए वाली अंगूठी व्यक्ति के जीवन के सारे दुखों का खात्मा करती है और कुंडली में मौजूद दोषों से मुक्ति दिलाती है। इसलिए कछुए वाली अंगूठी किसी व्यक्ति की किस्‍मत चमकाने के लिए पहनाई जाती है। इसके अलावा इसे पहनने से आत्‍मविश्‍वास में भी वृद्धि होती है। वास्‍तु के मुताबिक कछुए वाली अंगूठी से धन-संपदा में भी वृद्धि होती है।
पद-प्रतिष्‍ठा और सम्‍मान पाने के लिए पहनें तांबे की अंगूठी

ज्‍योतिषशास्‍त्र में माना जाता है की तांबे की अगूंठी पहनने से सूर्य दोषों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही जिस किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति शुभ नहीं होती उन व्यक्तियों को तांबे की अंगूठी धारण करना चाहिए। यह अंगूठी व्‍यक्ति को समाज में मान-सम्मान और पद-प्रतिष्‍ठा दिलाती है। इसके अलावा तांबे में औषधीय गुण तो होते ही हैं। इसके चलते शरीर के चर्म रोग जैसे कई विकार दूर होते हैं। 
घोड़े की नाल दिलाती है शनि दोषों से मुक्ति
जिन जातकों को शनि दोष होता है व शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही होती है उन लोगों के लिए घोड़े की नाल बहुत लाभकारी होती है। काले घोड़े की नाल से बनी अंगूठी पहनने से व्यक्ति को बहुत राहत मिलती है। साथ ही शनि की पीड़ा से भी जल्द मुक्ति मिलती है।
आर्थिक संकटो से मुक्ति दिलाती है हाथी की अंगूठी
ज्‍योतिष शास्‍त्र के अनुसार जिन जातकों को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा हो ऐसे व्यक्तियों हाथी वाली अंगूठी धारण करनी चाहिए। हाथी वाली अंगूठी पहनने से जातक आर्थिक संकटों से मुक्ति पाकर धन-धान्य से परिपूर्ण हो जाता है।
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