ऐस्ट्रो  धर्म : 

सूर्यदेव को पुत्र शनिदेव को न्याय का देवता भी माना जाता है। सप्ताह के दिनों में इनका दिन शनिवार माना गया है। वहीं इनका रंग काला व रत्न नीलम माना गया है। शनिवार का दिन विशेष रूप से शनिदेव का दिन माना जाता है।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार शनि का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों रूपों से पड़ सकता है। शानि के नकारात्मक प्रभाव काफी हानिकारक होते हैं जो व्यक्ति के जीवन को पूरी तरह से तहस नहस कर सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति पर शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या चल रही हो तो ऐसे में व्यक्ति शनिवार के दिन कुछ विशेष उपाय करके शनि ग्रह के हानिकारक प्रभावों से खुद को बचा सकता है।
शनिवार के कुछ ऐसे उपाय भी हैं, जिन्हें करने से शनि के काफी हानिकारक प्रभावों से छुटकारा मिलता सकता है। साथ ही माना जाता है कि इन्हें आजमाने से आपका दुर्भाग्य भी सौभाग्य में तब्दील हो सकता है।
इन ख़ास उपायों को करने से मिलता है मनवांछित फल...
: वैदिक ज्योतिष के अनुसार जिनके जीवन पर शनिदेव की कृपा होती है उन्हें जीवन के हर क्षेत्र में लाभ मिलता है। वहीं दूसरी तरफ यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि अपने हानिकारक प्रभाव डालता है तो ऐसी स्थिति में व्यक्ति को जीवन में बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसी मान्यता है कि शनि हर इंसान को उसके कर्मों के अनुसार ही फल देता है। हालाँकि शनिदेव को प्रसन्न कर और शनिवार के दिन कुछ विशेष उपायों को करने से जीवन में आने वाली विभिन्न परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
: माना जाता है कि शनि ग्रह के अच्छे फल प्राप्त करने के लिए और बुद्धि एवं ज्ञान में वृद्धि के लिए यदि शनिवार को रात के समय अनार की कलम से किसी भोजपत्र पर चंदन से “ऊं हृीं” लिखकर पूजा अर्चना की जाए तो ये विद्यार्थियों के लिए लाभप्रद साबित होता है।
: जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त करने के लिए यदि शनिवार के दिन चीटियों के आगे काला तिल, आटा और शक्कर मिलाकर रखा जाए तो इससे शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है।
: शनिदेव के हानिकारक प्रभावों से बचने के लिए, शनिवार को काली गाय को रोटी खिलाना, चिड़िया के आगे दाने डालना और काले कुत्ते को रोटी खिलाने से विशेष लाभ मिलता है।
: माना जाता है कि शनिवार के दिन यदि किसी जरुरतमंद को तेल से बना भोज्य पदार्थ खिलाया जाय तो इससे भी शनिदेव का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
: वहीं जीवन पर पड़ने वाली शनि की बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए शनिवार के दिन काले घोड़े की नाल या नाव की कील से बनी अंगूठी धारण करना विशेष फलदायी होता है।
: पंडित शर्मा का कहना है कि यदि आपके मन में कई दिनों से कोई ख़ास कामना है जिसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है तो, इसके लिए शनिवार के दिन यदि आप शाम के वक़्त अपनी लम्बाई के अनुसार रेशमी लाल धागा लेते हैं और उसे पानी से अच्छी तरह से धोकर आम के पत्ते से लपेटने के बाद अपनी कामना का ध्यान करते हुए नदी में प्रवाहित करते हैं तो आपकी कामना पूरी हो सकती है।
: वे लोग जिनकी शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या चल रही हो उन्हें हर शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए और उसके चारों तरफ सात बार परिक्रमा कर “ऊं शं शनैश्चराय नम:” मंत्र का जाप करना चाहिए इससे मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
: शनि के हानिकारक प्रकोप से बचने के लिए शनिवार के दिन यदि विशेष रूप से हनुमान चालीसा का पाठ किया जाए तो इससे भी अच्छा फल प्राप्त होता है।
: इसके अलावा यदि आप आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं तो शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे चार मुख वाला दिया जलाएं। ऐसा करने से आर्थिक तंगी से निजात मिलती है और घर में सुख शांति का वास होता है।
: शनिवार के दिन गरीबों को यदि काला चना, काली उड़द दाल और काले कपड़े दान किए जाएं तो इससे शनि के हानिकारक प्रभावों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
:शनिवार के दिन यदि आप किसी विशेष काम के लिए जा रहे हों तो, उसमें सफलता प्राप्त करने के लिए काले कपड़े पहन कर जाना शुभ फलदायी होता है।
: शनि की साढ़ेसाती या शनि की ढैय्या से मुक्ति पाने के लिए नियमित रूप से प्रत्येक शनिवार के दिन नीले रंग के फूल से शनिदेव की पूजा अर्चना करें और “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मन्त्र का करीबन 108 बार जाप करें।
: शनिवार के दिन यदि तांबे के बर्तन में जल और तिल डालकर उसे शिवजी को अर्पित किया जाए तो इससे व्यक्ति के सभी रोगों का अंत होता है।
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