ऐस्ट्रो  धर्म




हिंदू धर्म में हनुमान चालीसा का बड़ा ही महत्व है। हनुमान जी के भक्त हनुमान चालीसा का पाठ जरुर करते हैं। हनुमान चालीसा बहुत ही शक्तिशाली मानी जाती है कहा जाता है की इसमें 40 छंद होते हैं, जिसके कारण इसको चालीसा कहा जाता है। इतना ही नहीं हनुमान चालीसा का पाठ करने वाला व्यक्ति अगर पूरी श्रद्धा के साथ पाठ करता है तो उसे बजरंग बली की विशेष कृपा मिलती है।
 परंतु आजकल की भागदौड़ भरी दुनिया में हनुमान चालीसा का पाठ ही ऐसा पाठ है जो बहुत ही आसानी के पढ़ा जा सकता है। इस चालीसा को पढ़ते रहने से व्यक्ति के मन में साहस, आत्मविश्वास और पराक्रम का संचार होता है। इसके अलावा कहा जाता है कि हनुमान चालीसा के हर एक छंद में बहुत शक्ति होती है। अगल-अलग छंद का अपना अलग महत्व है, अगर अपको कोई समस्या है तो उसका समाधान आपको इन छंद का पाठ करके मिल सकते हैं। तो आइए जानते हैं हनुमान चालीसा के छंद के फायदे...
इसके एक एक छंद का बहुत महत्व है जैसे-
1. यदि आप बुरी संगत में पड़े हैं और यह संत छुट नहीं रही है तो यह पढ़ें- महाबीर बिक्रम बजरंगी, कुमति निवार सुमति के संगी
2. यदि आप किसी भी प्रकार के बंधन में हैं तो यह पढ़ें- जो सत बार पाठ कर कोई, छूटहि बन्दि महा सुख होई।
3. किसी भी प्रकार का डर है तो यह पढ़ें- सब सुख लहै तुम्हारी सरना, तुम रक्षक काहू को डरना।
4. आपके मन में किसी भी प्रकार की मनोकामना है तो पढ़ें- और मनोरथ जो कोई लावै, सोई अमित जीवन फल पावै।
5. बच्चे का पढ़ाई में मन ना लगे तो उसको इस छंद का पाठ करना चाहिए- बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।
6. मन में अकारण भय हो तो निम्न पंक्ति पढ़ना चाहिए- भूत पिशाच निकट नहीं आवे महावीर जब नाम सुनावे।
7. किसी भी कार्य को सिद्ध करना हो तो यह पंक्ति पढ़ें- भीम रूप धरि असुर संहारे, रामचन्द्र के काज संवारे।
8. बहुत समय से यदि बीमार हैं तो यह पंक्ति पढ़ें- नासै रोग हरे सब पीरा, जपत निरन्तर हनुमत बीरा।
9. प्राणों पर यदि संकट आ गया हो तो यह पंक्ति पढ़ें- संकट कटै मिटै सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बलबीरा। या संकट तें हनुमान छुड़ावै, मन क्रम बचन ध्यान जो लावै
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