भाईयों ने दिया बहनों को रक्षा का वचन
बीकानेर।  भाई-बहन के स्नेह का पर्व रक्षा बंधन हर्षाेल्लास से मनाया  गया। बहनों ने अपने भाईयों के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर अपनी रक्षा का  वचन लिया। बदले में भाईयों ने रक्षा का वचन देते हुए बहनों को उपहार भेंट  किये। हांलाकि भद्रा के चलते रक्षाबंधन को लेकर उहापोह की स्थिति बनी  रही। दोपहर बाद बहनों ने शुभ मुहूर्त में अपने भाईयों के राखियां बांधी।   जिला कलक्टर  आरती डोगरा के सरकारी निवास  जिला कलक्टर डोगरा को  बालिका गृह की नौनिहाल बच्चियों ने राखी बांधी। जिला कलक्टर ने  बड़े ही  प्यार से बच्चियों को अपनी गोद में बिठाकर,उनकी पढ़ाई-लिखाई के बारे में  जानकारी ली। उन्होंने रितु से कहा कि तुम पढ़ाई अच्छी कर रही हो,परन्तु लक्ष्मी  पढ़ती नहीं है,होमवर्क पूरा नही कर रही है। लक्ष्मी मन लगाकर अध्ययन  करों,तुम्हे उपहार मिलेगें। जिला कलक्टर ने रक्षा बंधन के अवसर का पूरा लाभ  उठाते हुए बालक-बालिकाओं को पढ?े के लिए प्रेरित किया।
लक्ष्मी,रूबी,रिया और काजल के हाथ में मंहेदी लगी देख,उन्होंने कहा कि तुमने  कब और किससे मंहेदी लगवाई। किशोर गृह के 13 और नारी निकेतन की 10  बालिओं ने एक-एक कर अपनी कलक्टर दीदी की दाहिनी कलाई पर राखी  बांधी और उनसे अपनी रक्षा का संकल्प लिया। मंद बुद्घि बालिका रितिका को  उन्होंने पहले तिलक लगाने और उसके बाद राखी बांधने में सहयोग किया। इस  अवसर पर  रूबी और रितु ने किशोर गृह में रह रहे अपने सगे भाई मनोज को  राखी बांधी और उन्हे मिठाई खिलाई। जिला कलक्टर ने उपहार स्वरूप  बालिकाओं को गुडि?ा (डोल) और बालकों को विडियो गेम प्रदान किए।  वही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने रक्षाबंधन पर ध्वज पूजन कर रक्षा सूत्र बांधे।  आरएसएस के स्वयंसेवकों ने एक दूसरे के रक्षासूत्र बांधकर देश की अखण्डता  व अस्मिता का संकल्प लिया। नारी उत्थान सेवा समिति की जिला अध्यक्ष  श्रीमती सुनीता गौड़ के नेतृत्व में बहनों ने भारत की सीमा पर तैनात फौजी  भाईयों के लिए रक्षा पर्व आयोजित किया। बहन और भाई के प्रेम के प्रतीक  रक्षा बंधन पर रविवार को बी.एस.एफ.कैम्पस में श्रीमती गौड़ सहित सिद्धि  अग्रवाल,चाहत गौड़ व सोनिका अग्रवाल ने 105 सैनिकों के तिलक  लगाकर,रक्षासूत्रा बांधे और उनका मुह मीठा करवाया। इस अवसर पर सैनिक  भाईयों ने कहा कि दूर-दराज के क्षेत्रा के हम  सैनिकों के लिए स्थानीय बहनों  अपनी सगी बहनों की कमी महसूस नहीं होने दी। उन्होंने मौजूद बहनों को भरोसा  दिलाया कि वे देश  व बहनों की सुरक्षा में कोई कमी नहीं आने देगें। 'चॉकलेट  और सॉफ्टड्रिंक्स मानव स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदायक हैं। विभिन्न शोध  इसकी पुष्टि कर चुके हैं लेकिन जानकारी के अभाव में रक्षा बंधन जैसे पावन  अवसर पर हम अंधाधुंध तरीके से इनका उपयोग करते हैं। आमजन को इनके  नुकसान से अवगत करवाना होगा तथा इनके बहिष्कार की पहल करनी  होगी। स्वदेशी रक्षक संघ के मधुसूदन व्यास ने सोमवार को लेडी एल्गिन स्कूल  में आयोजित कार्यक्रम में यह बात कही। उन्होंने कहा कि संघ का प्रयास है कि  रक्षाबंधन से पहले अधिक से अधिक लोगों को जागरूक किया जाए जिससे  जिलेटिन युक्त चॉकलेट और इक्कीस प्रकार के एसिडिक तत्वों से निर्मित सॉफ्ट  ड्रिंक्स का उपयोग कम हो सके।  संघ के श्रीराम बिस्सा ने पुरातन  काल से रक्षा सूत्र का अत्यंत महत्त्व रहा है। शास्त्रों में भी इनकी व्याख्या है। पूर्व  में दूब, अक्षत, केसर, चंदन और सरसों के दानों को लाल या रेशमी कपड़ में  बांधकर तथा मोली के माध्यम से इसे कलाई पर बांधा जाता था। इनके माध्यम  से भाई की दीघार्यु, उसके सद्गुणों, यश और कीर्ति की वृद्धि आदि की कामना  की जाती थी। धीरे-धीरे परम्पराएं बदल गईं और इसकी बजाय हाथ से बनी  राखी का प्रयोग होने लगा लेकिन आज इन देशी राखियों का स्थान चाइनीज  राखियों ने ले लिया है जो कि घटिया स्तर के प्लास्टिक और केमिकल आदि से  मिलकर बनी होती हैं तथा इनका निर्माण सिर्फ व्यापारिक दृष्टिकोण से होता है।  हमें किसी कीमत पर इनका उपयोग नहीं करना चाहिए। महादेव बिस्सा ने कहा  कि संघ का अभियान रक्षाबंधन तक चलेगा। इस दौरान अधिक से अधिक  लोगों को जागरूक करने के प्रयास करेंगे। आनंद पुरोहित ने गीत के माध्यम से  चॉकलेट और सॉफ्ट ड्रिंक्स का उपयोग न करने की सलाह दी।





प्रभा बिस्सा
  बीकानेर

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